यह तो मेरी शुरुआत है !
कोशिश करूँगा की दुनिया की परिधि को इन्ही पैरों के तले पीछे निकलता हुआ महसूस करूँ।
संपूर्ण पृथ्वी की संस्कृतियाँ मेरी आत्मा में अमरता का एहसास भर दें और मैं इन इन्द्रधनुषी
रंगों के माध्यम से सभी को प्यार और मोहब्बत का पैगाम देता रहूँ।
यही मेरी पूंजी हो और मेरी तरफ़ से संस्कृती को एक धरोहर।
आख़िर इसी का नाम तो ज़िन्दगी है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
धन्यवाद आपका....................
बड़ी ही सुन्दर पहल और इरादे .
ReplyDeleteआमीन
waah !
ReplyDeleteyour spirit shows your passion towards writing!!
ReplyDeletegood
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